शब्द कम पड़ जाते है
जब मां की बात बताता हूं
बहुत प्यार करता उनको
ना मुंह पर जताता हूं
लगते वो कभी दुखी तो
मेरा दिल टूट सा जाता है
नासमझ पागल हूं मैं तो
ना मनाना मुझे आत है
खुद के मुंह में निवाला ना जाए
पर वो सबको खिलाएगी
मन से दुखी भी हो अगर
ना कभी जताएगी
छोटी छोटी बातों में भी
प्यार मां का झलकता है
उनको हमेशा खुश
रखना अब इतना तो बनता है
आखिर में बस यही कहूंगा
मां रहना हमेशा तुम खुश
दुखी हो तुम ज़िन्दगी में
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
ReplyDeleteromantic shayari
ReplyDeleteMovies nice shayari