mothers day special

शब्द कम पड़ जाते है
जब मां की बात बताता हूं
बहुत प्यार करता उनको
ना मुंह पर जताता हूं
लगते वो कभी दुखी तो
मेरा दिल टूट सा जाता है
नासमझ पागल हूं मैं तो
ना मनाना मुझे आत है
खुद के मुंह में निवाला ना जाए
पर वो सबको खिलाएगी 
मन से दुखी भी हो अगर
ना कभी जताएगी
छोटी छोटी बातों में भी
प्यार मां का झलकता है
उनको हमेशा खुश
रखना अब इतना तो बनता है
आखिर में बस यही कहूंगा
मां रहना हमेशा तुम खुश
दुखी हो तुम ज़िन्दगी में
ना आए एसा दिन मनहूश

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